जनमत भास्कर छिंदवाड़ा :- कभी एक दूसरे की कामयाबी पर साथ जश्न मनाने वाले नगर निगम अध्यक्ष धर्मेंद्र सोनू मागो और नगर निगम महापौर विक्रम अहके अब एक दूसरे पर स्तर हीन भाषा के साथ सार्वजनिक रूप से आरोप लगाने से भी बाज नहीं आ रहे हैं,दोनों के द्वारा एक दूसरे पर लगातार व्यक्तिगत आरोप लगाते हुए वार और पलटवार किया जा रहा है।
आप क्रमशः पढ़िए निगम अध्यक्ष धर्मेंद्र सोनू मागो और नगर निगम महापौर विक्रम अहके द्वार एक दूसरे पर लगाए जा रहे आरोप प्रत्यारोप…

निगम अध्यक्ष धर्मेंद्र सोनू मागो का महापौर विक्रम अहके पर किये गये जुबानी प्रहार

राजनीति में जिनका अनुभव लम्बा है,वो मिजाज नर्म अपना रखते हैं।नगर पालिक निगम के महापौर का लहज़ा बता रहा है कि उनकी फूलछाप भाजपाई राजनीति नई-नई है। जिन आंखों ने उन्हें तलाशा व तराशा आज वे उन्हीं आंखों पर सवाल खड़ा कर अपनी कुंठित मानष्किता को प्रदर्शित कर रहे हैं,अब समय आ चुका है कि महापौर को अपने दिमाग का इलाज करा लेना चाहिये।उक्त उदगार आज नगर पालिक निगम अध्यक्ष धर्मेन्द्र सोनू मागो ने नगर पालिक निगम महापौर के बयान पर पलटवार करते हुये व्यक्त किया।

धर्मेन्द्र सोनू मागो ने जारी बयान में कहा कि जिला मुख्यालय पर फव्वारा चौक में कोतवाली थाना से चंद कदमों की दूरी पर एक युवक की पीट पीटकर निर्मम हत्या।भाजपाई भू माफिया,रेत माफिया,जुआ व सट्टा में संलिप्तता जग जाहिर है किन्तु फूलछाप भाजपाई महापौर को यह सबकुछ दिखाई नहीं दे रहा, यह बड़े ही दुख की बात है और इसकी जितनी भी भर्त्सना की जाये कम है। छिन्दवाड़ा जिला मुख्यालय पर टीवी पत्रकार पर जानलेवा हमला करने वाले भाजपाई गुंडें है जो पूरे समय सांसद के इर्द-गिर्द नजर आ रहे,यह भाजपा के संरक्षण में फलता फूलता हुआ अपराध है जिसे जनता भी अपनी खुली आंखों से देख रही है।परासिया में सीधे एक भाजपा नेता ने दूसरे भाजपा नेता की सुपारी दी, इस मामले की जांच व निष्पक्ष कार्रवाई अभी भी शेष है फिर किस आधार पर महापौर विक्रम अहाके पुलिस का पक्ष लेकर त्वरित कार्रवाई का हवाला दे रहे हैं। शहर व जिले में बेलगाम अपराध पर अंकुश लगाने में पुलिस पूरी तरह से विफल है इसके बाद भी विक्रम अहाके पुलिस का पक्ष ले रहे हैं तो इसका सीधा अर्थ है कि भाजपा के गुमराह करने व बरगलाने का पाठ विक्रम अहाके भी पढ़ चुके हैं।

श्री मागो ने जारी बयान में आगे कहा कि भाजपा के निर्वाचित सांसद को पांच माह हो चुके हैं वे मंत्रियों से मुलाकात अपने व्यक्तिगत विकास के लिये कर रहे हैं, उनकी मुलाकातों से अभी तक जिले में कोई विकास नहीं हुआ है। मैं महापौर विक्रम अहाके को स्मरण करना चाहता हूं कि 100 दिन के नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर में सरकारी खजाने से रुपया लगाया गया है,किन्तु मप्र के पूर्व सीएम कमलनाथ व जिले के पूर्व सांसद नकुलनाथ पिछले 45 वर्षों से व्यक्तिगत खर्च से जरूरतमंदों का इलाज कराते आ रहे हैं जिसके लाभांवित तो स्वयं भाजपा के निर्वाचित सांसद व महापौर भी है।

भाजपा के सांसद का भी इलाज कराया है नाथ परिवार ने

श्री मागो ने महापौर विक्रम अहाके से कहा कि जब भाजपा के निर्वाचित सांसद कांग्रेस में हुआ करते थे तब दिल्ली में कमलनाथ के निवास पर वे घायल हुये थे तो उनका उपचार कमलनाथ के द्वारा ही कराया गया था। कोरोना संक्रमण काल में अनेक भाजपाइयों व उनके कर्मचारियों का उपचार भी कमलनाथ व नकुलनाथ ने ही कराया था,इस बात की पुष्टि महापौर स्वयं भाजपा के सांसद से कर सकते हैं अगर वे सच्चाई ना बता पायें तो एक बार कांग्रेस कार्यालय आ जायें सम्पूर्ण जानकारी उन्हें प्रदान की जायेगी।

पहले पद से इस्तीफा दें फिर बात करें

सोनू मागो ने जारी प्रेस विज्ञप्ति के अंत में कहा कि महापौर विक्रम अहके इतनी बड़ी-बड़ी बातें करने से पहले अपने पद से इस्तीफा देकर भाजपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़कर दिखायें,क्योंकि आज वे जिस पद से सम्बोधित किये जा रहे हैं उसके लिये नकुलनाथ ने व्यक्तिगत तौर पर तन मन और धन सबकुछ खर्च किया है जिसके बाद विक्रम अहाके महापौर बनें है। कमलनाथ व नकुलनाथ के विकास कार्यों व कांग्रेस के चुनाव चिन्ह को देखकर नगर की जनता ने अहाके जी को महापौर चुना है अब उनमें दम है तो वे इस्तीफा देकर फिर से भाजपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ें और जनता के बीच अपनी छवि व संतुलित मानष्किता का प्रमाण दें।

महापौर विक्रम अहके द्वारा निगम अध्यक्ष धर्मेंद्र सोनू मागो को पलटवार करते हुए दिया गया जवाब

अपने पापों का नतीजा भुगत रही कांग्रेस की इतनी दुर्गत हो गई है कि अब माफिया और कुख्यात गुंडों के भरोसे कांग्रेस चल रही है।
हालत यह है कि कांग्रेस के पास विज्ञप्ति जारी करने वाले नेताओं का भी अकाल पड़ गया है।यह बात नगर निगम महापौर विक्रम अहाके ने गुरुवार को जारी एक बयान में कही।उन्होंने कहा कि शराब माफिया के नाम से कुख्यात सोनू मागो इन दिनों विज्ञप्ति वीर बने हुए हैं और बे सिर पैर के झूठे बयान जारी कर रहे हैं। विक्रम आहके ने कहा कि सोनू मागो नशे के कारोबार में लिप्त रहकर दूसरे को आईना दिखाने की कोशिश कर रहे है। हमारी युवा पीढ़ी को नशे के दल दल में धकेल कर उन्हें बर्बाद करने पर तुले हैं।अपने आका कमलनाथ और नकुलनाथ की शह पर सोनू मागो गुंडागर्दी की राजनीति करने पर उतारू हैं। अराजकता और अपराध कांग्रेस के डीएनए में है। पिछले दिनों शिकारपुर में विधायक और ज़िला पंचायत अध्यक्ष के बीच जिस तरह मारपीट और गाली गलौच हुई उसने राजनीति को शर्म सार कर दिया है।यही कांग्रेस और उसके नेताओं की पहचान है।

वही पिछले दिनों नगर निगम अध्यक्ष पद के चुनाव में धन बल और बाहुबल से सोनू मागो ने पार्षदों को लोभ दिया और धमकाया वह भी राजनीति को शर्मसार करने वाला कृत्य है।

महापौर ने कहा कि श्री मागो अपनी हैसियत भूलकर सांसद विवेक बंटी साहू पर आरोप लगा रहे हैं। जबकि बंटी साहू के रूप में जनता को ऐसा जनसेवक मिला है जो “सेवा ही परमार्थ” को अपना परम कर्तव्य समझता है। छिंदवाड़ा पांढुर्णा की जनता ने आजादी के बाद पहली बार जाना की सांसद क्या होता है।अभी तक लोगों को यही लगता था कि कमलनाथ और नकुल नाथ की तरह देश भर के कुख्यात गुंडे बुलाकर उनके दम पर बूथ कैप्चरिंग कर चुनाव जीतना और चुनाव जीतकर जिले से फरार हो जाने वाला ही सांसद होता है। लेकिन विवेक बंटी साहू न सिर्फ शहर की जनता बल्कि दूर दराज स्थित आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में खुद पहुंचकर स्वास्थ शिविरों के माध्यम से इलाज करा रहे हैं। अभी हाल ही में सांसद साहू के नेतृत्व में लगाए गए 100 दिन के स्वास्थ्य शिविर में 30000 लोगों ने स्वास्थ्य लाभ लिया। विवेक बंटी साहू इलाज के लिए गरीब जनता को आर्थिक सहायता भी उपलब्ध करा रहे हैं। श्री आहके ने कहा कि अपने सेवा भावी कार्यों और सद्कर्मों से सांसद विवेक बंटी साहू ने यह साबित कर दिया कि उनके रूप में जनता को एक सच्चा सेवक मिला है।
वहीं दूसरी तरफ गुंडों और माफियाओं के सहारे कांग्रेस अपनी डूबती नैया को बचाने की नाकाम कोशिश कर रही है।