जनमत भास्कर छिन्दवाड़ा:- जिला अधिवक्ता संघ परिषद के समस्त निर्वाचित पदाधिकारियों को मेरी ओर से हार्दिक बधाई व शुभकामनायें। मैंने न्यायालय परिसर में प्रवेश किया तो पुराने दिन याद आ गए कि सन् 1980 में मैं जब भोपाल में छिन्दवाड़ा का नाम लेता था तो लोग कहते थे, कहां है छिन्दवाड़ा…नागपुर वाला। दिल्ली में पूछते थे किस प्रदेश में है छिन्दवाड़ा, किन्तु आज छिन्दवाड़ा का नाम व पहचान है। यही मेरी सबसे बड़ी सम्पत्ति है। उक्त उदगार आज मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जिला अधिवक्ता संघ के शपथ ग्रहण समारोह में व्यक्त किये।

पूर्व सीएम कमलनाथ ने अपने उदबोधन में आगे कहा कि उपस्थित न्यायाधीशगण तो नए हैं किन्तु अधिवक्तागण इस बात के गवाह है कि छिन्दवाड़ा से नागपुर पहुंचने में सड़क मार्ग से कितना समय लगता था,सौंसर एक गांव था,ऐसी अनेकों चुनौतियां हमारे सामने थी,किन्तु हम धीरे-धीरे आगे बढ़े। हमारा जिला कृषि प्रधान है इसीलिये मैंने सबसे पहले कृषि क्षेत्र को बढ़ाने पर ध्यान दिया और सोयाबीन की फसल उगाने के लिये किसानों को प्रेरित किया। किसानों में उत्साह के लिये सोयाबीन उगाओ,धन पाओ जैसे नारे लिखवाये। परिणाम स्वरूप में हमारा जिला सोयाबीन उत्पाद में अग्रणी,अब मक्का उत्पाद में अव्वल है। जिले की आर्थिक उन्नति का यह सबसे बड़ा राज है।

कमल नाथ ने अपने उदबोधन में आगे कहा कि छिन्दवाड़ा देश का इकलौता ऐसा जिला है जहां सर्वाधिक स्किल सेन्टर है। इन सेंटरों से प्रशिक्षण प्राप्त युवा रोजगार से जुड़ रहे हैं तो कोई स्वयं का व्यवसाय स्थापित कर रहे।

जनता का प्यार व विश्वास लेकर संसद में पहुंचा

संसद में 540 सांसद होते हैं वे जनता का वोट लेकर पहुंचते हैं। मैं उनसे कहता था कि मैं तो जनता का प्यार और विश्वास लेकर आया हूं।आज का छिन्दवाड़ा आप सभी के सामने हैं ओर आगे का छिन्दवाड़ा मेरा सपना है। छिन्दवाड़ा से मिले प्यार व विश्वास का मैं सदा ऋणी हूं। जिले की उन्नति व पहचान के लिये मैंने अपनी जवानी समर्पित कर दी,मेरा जीवन भी छिन्दवाड़ा के लिये समर्पित है।

निर्वाचित पदाधिकारियों ने प्राप्त किये प्रमाण पत्र

मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के हस्ते जिला अधिवक्ता संघ के समस्त निर्वाचित पदाधिकारियों ने प्रमाण पत्र प्राप्त किये।इस दौरान जिला अधिवक्ता संघ परिषद के द्वारा कमलनाथ का शॉल व स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। विधिकार्य में 50 वर्ष पूर्ण करने करने पर मप्र राज्य अधिवक्ता संघ परिषद के पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता गंगाप्रसाद तिवारी सहित अन्य 13 अधिवक्ताओं का शॉल व स्मृति चिन्ह भेंट कर पूर्व सीएम कमलनाथ ने सम्मान किया।

अध्यक्ष ने रखी अधिवक्ता संघ की ओर से मांग

जिला अधिवक्ता संघ परिषद के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राजकुमार मिश्रा ने अपने उदबोधन में कहा कि कमलनाथ के मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल में जिला अधिवक्ता संघ परिषद को वन विभाग एवं मौसम विभाग की जमीन प्राप्त हुई,हस्तांतरित करने की प्रक्रिया प्रारंभ हुई थी किन्तु किन्हीं कारणों से जमीन आवंटित नहीं हो पाई उन्होंने कमलनाथ से आग्रह किया कि उनके प्रयासों से अगर दोनों ही जमीनों का आवंटन हो जाता है तो अधिवक्ताओं के लिये सर्वसुविधायुक्त बाररूम व चैम्बर बन जाएंगे। वर्तमान में महिला अधिवक्ताओं को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अधिवक्ताओं के द्वारा एक मांग पत्र भी कमलनाथ को सौंपा गया जिस पर उन्होंने कहा कि हर संभव प्रयास किये जाएंगे।

आयोजित कार्यक्रम में राज्य अधिवक्ता संघ परिषद के कोषाध्यक्ष मनीष तिवारी ने नवगठित कार्यकारिणी के समस्त पदाधिकारियों को शपथ दिलाई। इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायालय के समस्त न्यायाधीशगण,वर्तमान जिला अधिवक्ता संघ परिषद के पदाधिकारी,जिला कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ ओक्टे,पूर्व जिला अधिवक्ता संघ परिषद के पदाधिकारी व समस्त अधिवक्तागण व न्यायालयीन कर्मचारीगण उपस्थित रहे।