जन्मत भास्कर छिंदवाड़ा:- मध्य प्रदेश शासन के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के प्रमुख सचिव पी.नरहरि शनिवार को छिंदवाड़ा पहुंचे और कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन की गहन समीक्षा की।इस दौरान उन्होंने सख्त रुख अपनाते हुए जिले में जल जीवन मिशन की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त की और सभी एकल योजनाओं में सभी घरों में हर घर जल पहुंचाने का कार्य 31 मार्च 2025 के पूर्व पूरा कराने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्धारित डेड लाइन के बाद भी कार्य पूरा नहीं होने पर कार्यवाही की चेतावनी दी है। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि हर घर तक गुणवत्तायुक्त शुद्ध पेयजल पर्याप्त मात्रा में पहुंचे, कोई भी घर छूटने न पाए। जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन के बाद दूषित जल अथवा डायरिया से मृत्यु के एक भी प्रकरण बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
उन्होंने जल जीवन मिशन के कार्य डेड लाइन तक पूरा कराने के लिए सभी जनपद सीईओ व पंचायत के अमले और ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के इंजीनियर्स को भी पी.एच. ई. विभाग के इंजीनियर्स के साथ बेहतर समन्वय में कार्य करने एवं निगरानी के निर्देश दिए हैं। उन्होंने माचागोरा समूह जल प्रदाय योजना का कार्य भी गति और गुणवत्ता के साथ पूरा कराने तथा रोड रेस्टोरेशन का शेष कार्य भी शीघ्र पूरा कराने के लिए निर्देशित किया।

नल जल योजनाओं के समुचित संधारण के लिए शीघ्र लाई जाएगी पॉलिसी

पी.एस. श्री नरहरि ने जानकारी दी कि गांव में पेयजल योजनाओं के संधारण में पंचायतों को परेशानी का सामना करना पड़ता है, जिसका हल खोजा गया है। इसके लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा पेयजल योजनाओं के संचारण – संधारण के लिए पॉलिसी तैयार की जा रही है,जो शीघ्र ही लाई जाएगी। इस पॉलिसी में पेयजल योजनाओं के समुचित संचारण – संधारण के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, ग्राम पंचायत सहित सभी की भूमिका स्पष्ट निर्धारित की जाएगी।

बेहतर क्रियान्वयन के लिए सुझाव भी लिए

बैठक में प्रमुख सचिव श्री नरहरि ने कार्यपालन यंत्री सहित लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के सभी इंजीनियर्स और सीईओ जनपद पंचायत को खुलकर जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन में आ रही परेशानियों पर बात करने का अवसर दिया और उन्हें दूर करने के संबंध में सभी अधिकारियों के सुझाव भी लिए,उन्होंने कहा कि हमें नई सोच,नए आइडिया के साथ नवीन तकनीकों का समावेश करते हुए कार्य करना है। जब हम समस्याओं को समझेंगे, तभी उसका समाधान निकाल पाएंगे। इस दौरान कलेक्टर श्री सिंह ने प्रमुख सचिव श्री नरहरि को जिले में फ्लोराइड की समस्या से अवगत कराया, जिसे संज्ञान में लेते हुए श्री नरहरि ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के अधिकारियों को नल जल योजनाओं के रिवीजन में फ्लोराइड ट्रीटमेंट को भी शामिल करने के त्वरित निर्देश दिए।

जिले में जल जीवन मिशन की स्थिति

जल जीवन मिशन के अंतर्गत लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के खंड छिंदवाड़ा में छिंदवाड़ा जिले के 4 ब्लॉक बिछुआ,चौरई, छिंदवाड़ा,मोहखेड़ और पांढुर्णा जिले के 2 ब्लॉक पांढुर्णा, सौंसर शामिल हैं। खंड छिंदवाड़ा में लक्षित एफ.एच.टी.सी.( फंक्शनल हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन) के लक्ष्य 1,82,835 के विरुद्ध 1,49,966 एफ.एच.टी.सी. कनेक्शन प्रदाय किए जा चुके हैं, जो 81.14 % है। शेष 34,869 कनेक्शन में से 22050 पी.एच. ई विभाग के माध्यम से और 12,819 जल निगम के माध्यम से प्रदाय किए जाने हैं। इसी तरह पी.एच.ई. के खंड परासिया में छिंदवाड़ा जिले के 5 ब्लॉक अमरवाड़ा, हर्रई, जामई, परासिया व तामिया शामिल हैं। खंड परासिया में लक्षित एफ.एच.टी.सी.( फंक्शनल हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन) के लक्ष्य 1,67,994 के विरुद्ध 1,02,542 एफ.एच.टी.सी. कनेक्शन प्रदाय किए जा चुके हैं, जो 61.04 % है। शेष 65,452 कनेक्शन में से 58,116 पी.एच. ई विभाग के माध्यम से और 7,336 जल निगम के माध्यम से प्रदाय किए जाने हैं। बैठक में हर घर घोषित और प्रमाणित ग्रामों की भी समीक्षा की गई। प्रमुख सचिव श्री नरहरि ने सख्त निर्देश दिए कि किसी भी तरह की गलत डेटा फीडिंग बर्दाश्त नहीं की जायेगी। जितने ग्राम वास्तविक रूप से हर घर प्रमाणित हो चुके हैं,उन्हें ही डेटा में शामिल करें। बैठक में पेयजल योजनाओं से संबंधित सीएम हेल्पलाइन शिकायतों के निराकरण की भी समीक्षा की गई और प्रत्येक शिकायत का संतुष्टि के साथ निराकरण करने के निर्देश दिए।

बैठक में ये रहे उपस्थित

बैठक में पी. एस. श्री नरहरि के साथ मध्य प्रदेश जल निगम के प्रबंध संचालक के. व्ही. एस.चौधरी,लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के प्रमुख अभियंता के.के. सोनगरिया, कलेक्टर शीलेंद्र सिंह,सीईओ जिला पंचायत अग्रिम कुमार, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी जबलपुर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता एच. एस. गौड, अधीक्षण यंत्री पी.एच. ई.परियोजना जिला छिंदवाड़ा डी.के. मासुलकर भी मौजूद थे। बैठक में महाप्रबंधक जल निगम इकाई छिंदवाड़ा अविनाश दिवाकर,कार्यपालन यंत्री पी.एच. ई. के. एस. कुसरे, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिलों के सभी जनपद सीईओ, पी.एच. ई. के सभी सहायक यंत्रियों और उपयंत्रियों से एक – एक कर विकासखंडवार जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन की गहन समीक्षा की गई।