जनमत भास्कर छिंदवाड़ा:-बोरलॉग इंस्टीट्यूट फॉर साउथ एशिया (बिसा) द्वारा जलवायु अनुकूल कृषि परियोजना के तहत आज कृषि विज्ञान केंद्र चंदनगांव, छिंदवाड़ा में क्रेता-विक्रेता बैठक का आयोजन किया गया।इस बैठक में किसानों और खरीदारों को सीधे बातचीत करने और कृषि उत्पादों की उचित कीमतों पर बिक्री करने का अवसर मिला।

बैठक का उद्देश्य

1:-किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य दिलाना।
2:-बिचौलियों की भूमिका को कम करना।
3:-किसानों को बाजार से सीधे जोड़ना।

मुख्य बिंदु

:-बैठक में अनाज की बिक्री के लिए किसानों और खरीदारों के बीच सीधी बातचीत हुई।
:-किसानों को उचित मूल्य और बेहतर बाजार पहुंच सुनिश्चित करने के तरीकों पर चर्चा की गई।
:-बिचौलियों के प्रभाव को कम करने के उपायों पर विचार किया गया।

विशेषज्ञों के विचार

इस दौरान परियोजना समन्वयक डॉ. पंकज कुमार ने कहा कि इस बैठक का उद्देश्य किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाना और उन्हें बाजार से सीधे जोड़ना है। उन्होंने कहा कि इस तरह की बैठकें किसानों की आय बढ़ाने और कृषि में स्थिरता लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

किसानों की प्रतिक्रिया

किसानों ने इस बैठक को उनके लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बताया। उन्होंने कहा कि वे अपनी उपज को सीधे खरीदारों को बेचकर अधिक लाभ कमा सकते हैं। उन्होंने इस तरह की बैठकों के आयोजन के लिए बोरलॉग इंस्टीट्यूट फॉर साउथ एशिया (बिसा) को धन्यवाद दिया।
क्रेता-विक्रेता बैठक किसानों और खरीदारों के बीच एक सफल आयोजन रहा। इस बैठक ने किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने और उन्हें बाजार से सीधे जोड़ने में मदद की। इस तरह की बैठकें किसानों की आय बढ़ाने और कृषि में स्थिरता लाने के लिए आवश्यक हैं।
यह भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि बैठक में भाग लेने वाले किसानों और खरीदारों दोनों ने इस पहल की सराहना की और भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों की उम्मीद जताई।