जनमत भास्कर छिंदवाड़ा:- नगर निगम को कंगाल कर चुके भाजपाइयों ने टैक्स के माध्यम से जनता को लूटने की तैयारी पूरी कर ली है। सुविधाएं अधूरी देकर जनता से पूरा टैक्स लेने वाली निगम ने अब तीन टैक्स का भार और बढ़ा दिया है,इसे तीन इंजिन वाली सरकार का तोहफा कहें या फिर जनता से लूट का नया रास्ता।चौतरफा महंगाई की मार झेल रही जनता पर नगर निगम ने टैक्स का भार बढ़ा दिया है।केन्द्र व राज्य की भाजपा सरकार से कोई राहत तो मिली नहीं,लेकिन आफत के तौर पर तीन टैक्स अवश्य मिलने वाले हैं।उक्त उदगार आज नगर पालिक निगम छिन्दवाड़ा के अध्यक्ष धर्मेन्द्र सोनू मागो ने नगर पालिक निगम के द्वारा बढ़ाए गए टैक्स के खिलाफ उक्त उदगार व्यक्त किए हैं।

श्री मागो ने जारी बयान में आगे कहा कि तीन इंजन की सरकार ने शहर की जनता को तीन टैक्स बढ़ाकर महंगाई के मुंह में धकेलने का काम किया है,उन्होंने आगे कहा कि लंबे समय तक शहर सरकार में भाजपा काबिज रही है। जिसमें प्रधानमंत्री आवास घोटाला सहित अन्य घोटाले कर एक ओर जहां नगर निगम को कंगाल कर दिया गया है, वहीं अब टैक्स बढ़ाकर जनता से लूट की तैयारी पूरी है।शहर सरकार ने जनहित में हमेशा कदम उठाए है। चाहे वह दीपावली में दिया विक्रेताओं से कर ना वसूलना या फिर शहर विकास के लिए नई योजनाएं लाना हो।यह पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व सांसद नकुलनाथ का छिंदवाड़ा है। जिसके सर्वांगीण विकास के लिए कांग्रेस प्रतिबद्ध है।वहीं भाजपा हमेशा की तरह छिंदवाड़ा को छल रही है।महापौर ने दल तो बदला ही,लेकिन लगता है भाजपा में जाकर उनका दिल भी बदल गया है। जो पहले छिंदवाड़ा के विकास का दावा करते थे,भाजपा में शामिल होते ही अब जनता से उनकी मेहनत की कमाई को टैक्स बढ़ाकर वसूल रहे।

श्री मागो ने जारी प्रेस विज्ञप्ति के अंत में कहा कि शहर के एक दर्जन वार्डो में पेयजल संकट है,एक वार्ड में तो गटर के पानी की सप्लाई की जाती रही।ऐसे में व्यवस्था सुधारने की बजाय जलकर 175 से बढ़ाकर 260 रुपए करने का निर्णय शहर सरकार ने लिया है जो कि पूर्णत: गलत है। इस जनविरोधी सरकार ने प्रॉपर्टी टैक्स भी 10 प्रतिशत बढ़ाने का निर्णय लिया है।वही स्वच्छता कर 10 रुपए से बढ़ाकर 100 रुपए किए जाने की सोच रहे है। कांग्रेस पार्षद दल इसकी घोर निंदा करता है। ये अंग्रेजों के समय के तीन काले कानून की तरह है। जिसका कांग्रेस पुरजोर विरोध करेगी।वहीं यदि महापौर विक्रम अहके में नैतिकता है तो उन्हें शहर की जनता से माफी मांगकर तत्काल अपना इस्तीफा दे देना चाहिए।