जनमत भास्कर छिन्दवाड़ा:- छिंदवाड़ा जिले की होनहार बेटी प्रज्ञा पवार ने सीमित संसाधनों के बावजूद ऊँचाइयों को छूने की हिम्मत की और आज हर उस विद्यार्थी के लिये प्रेरणा बन चुकी हैं,जो बड़े सपने तो देखता है लेकिन उन्हें पूरा करने के साधन सुचारू नहीं हो पाते।
छिंदवाड़ा शहर के चंदनगांव स्थित वॉटर सप्लाई कॉलोनी में रहने वाली प्रज्ञा का जीवन शुरुआत से ही संघर्षमय रहा। अत्यंत अभावग्रस्त परिवार में जन्मी प्रज्ञा ने शायद ही कभी सोचा होगा कि वह एक दिन यूनाइटेड किंगडम की प्रतिष्ठित ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी में तीन साल एमबीए की पढ़ाई करेंगी। लेकिन यह असंभव-सा लगने वाला सपना मध्यप्रदेश शासन के पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति योजना के कारण साकार हो सका।
वर्ष 2024-25 के अंतर्गत प्रज्ञा पवार को इस योजना के अंतर्गत कुल 43,64,340 रुपये की छात्रवृत्ति स्वीकृत की गई।इस राशि में विदेश अध्ययन शुल्क,हवाई यात्रा का भाड़ा तथा ब्रिस्टल (यूके) में आवासीय व्यय सम्मिलित हैं। यह राशि सीधे उनके बैंक खाते में स्थानांतरित की गई,जिससे वे अपने शैक्षणिक सफर की शुरुआत आत्मविश्वास और गर्व के साथ कर सके।
प्रज्ञा ने अपनी इस असाधारण उपलब्धि का श्रेय न केवल अपनी कड़ी मेहनत को दिया, बल्कि उन्होंने गहराई से मध्यप्रदेश शासन,विशेषकर पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के आयुक्त सौरभ कुमार उनके सहयोगी स्टाफ,छिंदवाड़ा जिले के कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह और सहायक संचालक पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग संगीत देशमुख के प्रति गहरा आभार प्रकट किया है,साथ ही प्रज्ञा ने यह भी स्वीकार किया कि इस संपूर्ण यात्रा में उनकी माता श्रीमती किरण पवार एवं परिवारजनों के आशीर्वाद की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
प्रज्ञा की इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने न केवल उनके जीवन को बदल दिया है, बल्कि पूरे छिंदवाड़ा जिले को गौरवान्वित कर दिया है,उनके साहस,समर्पण और सपनों को साकार करने की इस यात्रा ने यह साबित कर दिया है कि सही मार्गदर्शन,सरकारी सहायता और आत्मविश्वास के साथ कोई भी युवा अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचकर अपनी पहचान बना सकता
है। प्रज्ञा पवार की सफलता हर उस छात्र के लिए आशा की किरण है जो सीमित संसाधनों में भी असीमित संभावनाओं का सपना देखता है।