जनता द्वारा चुनी गई भाजपा सरकार की है आदिवासी संग्रहालय की योजनाएं,अपने गिरेबान में झांके कांग्रेसी
बादलभोई आदिवासी संग्रहालय को मिलेगी राष्ट्रीय पहचान
जनमत भास्कर छिंदवाड़ा:-भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष शेषराव यादव ने जुन्नारदेव विधायक सुनील उईके के बेबुनियाद और भ्रम फैलाने वाले बयान पर जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से पलटवार करते हुए कहा कि जनता द्वारा चुनी गई भाजपा सरकार की योजनाओ से जनहित के कार्य हो रहे है। कोई भी योजनाएं कमलनाथ जी की नही है।कमलनाथ और कांग्रेस वर्षो से भाजपा सरकार की योजनाओ का श्रेय लूटते रहे है और भाजपा के संवेदनशील,जनहितैषी नेताओ और जनप्रतिनिधियों पर बेबुनियाद आरोप लगाते रहे है।ये जनता में भ्रम और झूठ फैलाते रहे है।
भाजपा जिलाध्यक्ष शेषराव यादव ने कहा कि विधायक सुनील उईके स्वयं आदिवासी वर्ग से आते है लेकिन कभी इन्होंने आदिवासियों के हित के कार्य नही किए ,जबकि पंचायत स्तर तक आदिवासियों के अधिकार छीने।जिनकी शिकायत भी स्वयं आदिवासियों ने की है। भ्रष्टाचार में डूबे विधायक उईके अपने आका कमलनाथ और नकुलनाथ को समझाए और सिखाए और स्वयं अपने गिरेबान में झांके कि आदिवासियों के लिए कांग्रेस ने क्या किया है।भाजपा को पाठ पढ़ाने की कोशिश न करे।
भाजपा जिलाध्यक्ष शेषराव यादव ने कहा कि बादलभोई आदिवासी संग्रहालय जनता द्वारा चुनी गई भाजपा सरकार की महात्वकांक्षी योजना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से 15 अगस्त 2016 को मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा समेत देश में दस राज्यों में जिनमें गुजरात,झारखंड,आंध्रप्रदेश, छत्तीसगढ़,केरल,तेलंगाना, मणिपुर,मिजोरम और गोवा में आदिवासी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए जनजातीय संग्रहालय बनाने की घोषणा की थी।जिसमे से गुजरात में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के आदिवासी संग्रहालय की शुरुआत हो चुकी है। बाकी राज्यों में आदिवासी संग्रहालयों के काम चालू है।जो जल्द ही बनकर तैयार हो जाएंगे।
आदिवासी संग्रहालयो से नयी पीढ़ी न सिर्फ आगे बढ़ेगी बल्कि आदिवासी इतिहास के गौरव से भी परिचित होगी इन क्षेत्रों में पर्यटन को भी नयी गति मिलेगी।
केन्द्रीय राज्यमंत्री दुर्गादास उईके जनजातीय कार्य विभाग के मंत्री है। जो देश के सभी आदिवासी संग्रहालय का निरीक्षण कर रहे है और जनजातियों के हितों के लिए विशेष कार्य कर रहे है। छिंदवाड़ा के बादलभोई संग्रहालय का काम भी कमलनाथ के प्रयासों से नही बल्कि भाजपा सरकार की योजनाओ से हो रहा है और सरकार किसी भी प्रकार की पैसों की कमी भी नही होने दे रही है।पिछले 10 वर्षो से केंद्र में भाजपा की सरकार है जो जनजातीय वर्ग के हितों के लिए बहुत काम कर रही है।इस कारण कांग्रेस के पेट में दर्द हो रहा है।
जिलाध्यक्ष शेषराव यादव ने कहा कि छिंदवाड़ा में 9 एकड़ जमीन में श्री बादल भोई जनजातीय संग्रहालय बनाया जा रहा है जो भाजपा की केंद्र सरकार की योजना का हिस्सा है।इस संग्रहालय में जनजातीय कला संस्कृतियों को सहेजने के साथ-साथ स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिए जनजाति समुदाय के लोगों को भी स्थान दिया जाएगा।इसी जगह पर एक पुराना म्यूजियम भी है जिसमें आदिवासी संस्कृति को दर्शाया गया है।
बादल भोई जिले के एक क्रांतिकारी जनजातीय नेता थे। उनका जन्म 1845 में परासिया तहसील के डूंगरिया तीतरा गांव में हुआ था।उन्होंने अंग्रेजो से स्वतंत्रता की लड़ाई भी लड़ी थी।जिनके नाम पर आदिवासी संग्रहालय को बढ़ावा दिया जा रहा है तो कांग्रेस को पच नहीं रहा।
10 राज्यों में बनेंगे आदिवासी संग्रहालय
भाजपा जिलाध्यक्ष शेषराव यादव ने कहा कि देश के 10 राज्यों में आदिवासी संग्रहालय बनाए जा रहे है।
इन आदिवासी संग्रहालयों को विभिन्न प्रमुख आदिवासी नेताओं और उनके योगदान के सम्मान में नामित किया गया है।
जिसमे गुजरात में बिरसा मुंडा जनजातीय संग्रहालय।
झारखंड में सिद्धो कान्हू आदिवासी संग्रहालय।
तेलंगाना में कोमुराम भीम आदिवासी संग्रहालय।
मणिपुर में रानी गैदिन्लिउ आदिवासी संग्रहालय।
छत्तीसगढ़ में शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी संग्रहालय।
आंध्र प्रदेश में अल्लूरी सीताराम राजू आदिवासी संग्रहालय।
केरल में थम्पी आदिवासी संग्रहालय।
मध्य प्रदेश में टंट्या भील आदिवासी संग्रहालय।
ओडिशा मेंलक्ष्मण नायक आदिवासी संग्रहालय।
मिज़ोरम में पुछियाइ अदू आदिवासी संग्रहालय बनाया जा रहा है।