जनमत भास्कर छिंदवाड़ा:-जबलपुर लोकायुक्त की टीम द्वारा आज शहर में एक बड़ी कार्यवाही करते हुए कोतवाली थाने में पदस्थ एसआई जितेंद्र यादव को 50 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है,फिलहाल लोकायुक्त की टीम द्वारा एसआई के विरुध्द भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
क्या है मामला
दरअसल कुछ दिनों पूर्व रवि मालवी नामक युवक ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसकी सुपारी देकर कुछ लोग उसकी हत्या करवाना चाहते हैं जिसमे उसने दुर्गेश सोनी सहित तीन लोगों की नामजद शिकायत कोतवाली थाने में की थी..इसी केस की जांच करते हुए कोतवाली में पदस्थ एसआई जितेंद्र यादव ने विगत 22 अगस्त को दुर्गेश सोनी को पूछताछ के लिए थाने बुलवाया था और फिर 2 दिन उसे थाने में ही रखने के बाद उससे कोर्ट में पेश करने की बात कहकर दबाब बनाकर 1 लाख रुपये की मांग की जिसके बाद दुर्गेश सोनी द्वारा 24 अगस्त को एसआई जितेंद्र यादव और एक अन्य पुलिस कर्मी के साथ उसके घर जाकर 25 हज़ार रुपये दिए जिसके बाद अगले दिन 25 अगस्त को दुर्गेश को एसडीएम कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे जमानत मिली एवं इसके बाद एसआई जितेंद्र यादव के द्वारा लगातार दुर्गेश से बाकी 75 रुपये देने के लिए दबाब बनाया जाने लगा तो दुर्गेश सोनी ने इसकी शिकायत जबलपुर पहुंचकर लोकायुक्त को की जिसके बाद आज चन्दनगांव में राजा की बगिया के पास दुर्गेश सोनी से रिश्वत के 50 हज़ार रुपये लेते हुए एसआई जितेंद्र यादव को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।जबलपुर से आई लोकायुक्त की टीम में डीएसपी दिलीप झरबड़े सहित निरीक्षक एवं ट्रेप दल के सदस्य मौजूद थे।
इस प्रकरण के सामने आने के बाद अब सवाल यह उठता है कि क्या आरोपी एसआई जितेंद्र यादव इतनी बड़ी रकम रिश्वत के तौर पर खुद के लिए मांग रहा था या इसकी चढ़ोत्तरी कहीं और भी जानी थी,खैर जो भी हो ये तो जांच के बाद ही सामने आएगा लेकिन इस प्रकरण के सामने आने के बाद पुलिस का दागदार चेहरा एक बार फिर से उजागर हो गया है।