जनमत भास्कर छिंदवाड़ा:-विप्र पुरोहित सेवा संगठन छिंदवाड़ा के सभी विद्वानों ने मिलकर यह निर्णय लिया कि दीपावली का पर्व 31 अक्टूबर दिन गुरुवार को मनाया जाना चाहिए क्योंकि धर्म सिंधु-निर्णय सिंधु आदि ग्रंथो के आधार पर दीपावली पूजन रात्रि में होती है साथ ही उसी समय रात्रि में अमावस्या भी रहनी चाहिए तो इस बार 31 अक्टूबर दिन गुरुवार को दिन में 2:59 पर चतुर्दशी निकल जावेगी और अमावस्या प्रारंभ हो जाएगी जो कि रात्रि में पूर्ण अमावस्या मिल रही है, दूसरे दिन अमावस्या शाम को 5:00 बजे तक ही है अतः संगठन ने निर्णय लिया कि दीपावली 31 अक्टूबर को ही मनाना चाहिए।

इस दौरान बैठक में पंडित सखाराम शास्त्री,पंडित दयाराम शास्त्री,पंडित सेवक राम शास्त्री कपुरदा,शिवकुमार शास्त्री कपुरदा,मुन्नू महाराज जामई,प्रीतम शास्त्री जामई, परशुराम शास्त्री नेर,अविनाश शास्त्री नेर,पंडित देवेंद्र,पंडित महेश प्रसाद शास्त्री,पंडित आत्माराम शास्त्री,पंडित क्षितिज शास्त्री,पंडित श्रवण शर्मा,पंडित सतीश दुबे,पंडित नंदकिशोर शास्त्री सहित संगठन के अन्य सदस्य मौजूद थे।