भोपाल:–एमपी में मोहन सरकार के गठन के बाद जहां एक ओर जिले में प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति के लिए इंतज़ार किया जा रहा था ,उसके पूरे होते ही अब दूसरी ओर अब निगाहें निगमों और मंडलों में नियुक्तियों पर आकर टिक गई हैं।राजनैतिक सूत्रों की माने तो राज्य सरकार इसी महीने के अंत तक निगमों और मंडलों में भी नितुक्तियाँ कर इस इंतज़ार को भी जल्द ही खत्म कर सकती है।

सूत्रों की माने तो निगमों और मंडलों में नियुक्तियों के लिए भाजपा हाईकमान ने मोहन सरकार को हरी झंडी देते हुए इस मामले में फ्री हैंड छोड़ दिया है जिसके बाद अब किसे कहां फिट करना है इसके लिए जोर आजमाइश का दौर भी चालू हो गया है।

समर्पित कार्यकर्ताओ को मिलेगा इनाम

निगमों और मंडलों की नियुक्तियों में मोहन सरकार उन भाजपा कार्यकर्ताओं को सबसे पहले तबज्जो देने के मूड में है जिन्होंने पार्टी के लिए पूर्ण निष्ठा और समर्पण से पार्टी हित मे कार्य किया है,बताया जा रहा है कि पूरे प्रदेश में भाजपा की राज्य इकाई द्वारा पहले ही ऐसे कार्यकर्ताओ की लिस्ट फाइनल कर ली गई है जिसे जल्द ही अमलीजामा पहना दिया जाएगा।

कांग्रेस से भाजपा में आये नेताओ को भी मिलेगा मौका

निगमों और मंडलों की नियुक्तियों में मोहन सरकार कुछ मात्रा में ऐसे नेताओं को भी उपकृत करने जा रही है जो विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आये थे और जिन्होंने कांग्रेस के प्रभाव वाली विधानसभा व लोकसभा सीटों में भाजपा को विजयश्री दिलाने में अपनी भूमिका निभाई हो…आपको बता दें इसी साल के फरवरी माह में मोहन सरकार द्वारा सभी निगमो और मंडलों को भंग किया गया था जिसके बाद से ही इनमे नियुक्तियों की राह देखी जा रही थी लेकिन लोकसभा चुनाव के कारण ऐसा नही हो सका बहरहाल अब इस सूची के लिए ज्यादा इंतज़ार नही करना पड़ेगा।

अब देखना दिलचस्प होगा कि आखिरकार किस फॉर्मूले के तहत मोहन सरकार निगमों और मंडलों में नियुक्तियां कर नेताओ और कार्यकर्ताओं को साधने में कामयाब रहती है या फिर नियुक्तियों से संतुष्ट न रहने पर एक बार फिर भाजपा के ही वरिष्ठ नेता सरकार को घेरते नजर आते हैं।