जनमत भास्कर छिंदवाड़ा :- जिले में बीते कई दशकों से कांग्रेस की राजनीति में एक अहम स्थान रखने वाला रोहना दरबार क्या अब भाजपा का रोहना मंडल होने जा रहा है..अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये सवाल अभी और इस वक़्त ही क्यों सामने आ रहा है तो रुकिए विस्तार से आपको इसके पीछे की पटकथा समझाते हैं।
जैसा कि आप सभी जानते ही हैं कि छिन्दवाड़ा जिले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के अगर कोई सबसे करीबी और कद्दावर कांग्रेस नेता थे तो वो थे दीपक सक्सेना,जिन्होंने बीते कई दशकों में न सिर्फ कमलनाथ का हनुमान बनकर साथ दिया बल्कि अपनी मेहनत से आमजन में पैठ बनाकर रोहना को कांग्रेस का गढ़ बनाया जिसके चलते लोगों के मन मष्तिष्क में रोहना दरबार नाम अंकित हो गया लेकिन बीते लोकसभा चुनाव में कमलनाथ के हनुमान कहे जाने वाले पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना व उनके बेटे अजय सक्सेना ने कांग्रेस व कमलनाथ का हाथ छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया और इतिहास बनाते हुए रोहना से भाजपा को पहली बार बढ़त दिलाई।
ये तो हो गई बात रोहना दरबार की लेकिन अब हम आपको बताते हैं कि आखिर रोहना दरबार अब रोहना मंडल कैसे बनने जा रहा है या कैसे बन पाएगा….
दरअसल रविवार को भाजपा छिंदवाड़ा ग्रामीण मंडल की सदस्यता अभियान को लेकर मंडल कार्यशाला रोहना में पूर्व मंत्री भाजपा नेता दीपक सक्सेना के निवास पर आयोजित की गई थी जिसमे सांसद विवेक बंटी साहू,जिला भाजपा अध्यक्ष शेषराव यादव,प्रदेश के वरिष्ठ नेता रविश चौहान,पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना,अमित सक्सेना सहित मंडल व मोर्चो के समस्त पदाधिकारी व सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे…इसी कार्यशाला में संबोधन के दौरान पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना के बेटे युवा भाजपा नेता अजय सक्सेना ने जिला भाजपा अध्यक्ष सहित सभी वरिष्ठ नेताओं के समक्ष एक प्रस्ताव रखते हुए कहा कि छिंदवाड़ा ग्रामीण मंडल का अभी तक नामकरण नही हुआ है अगर आप सभी की सहमति हो तो ग्रामीण मंडल का नाम रोहना मंडल रखा जाए…..अजय सक्सेना के इस प्रस्ताव के बाद से ही रोहना दरबार के अब रोहना मंडल होने की संभावना प्रबल नजर आ रही है।
सूत्रों की माने तो अजय सक्सेना के प्रस्ताव के बाद जिला भाजपा द्वारा जल्द ही इस दिशा में कदम उठाते हुए रोहना को मंडल घोषित किया जा सकता है।
यह भी हो सकता है रोहना मंडल का फॉर्मूला
वर्तमान में छिन्दवाड़ा में भाजपा के 3 मंडल है,छिन्दवाड़ा नगर एक,छिन्दवाड़ा नगर दो और छिंदवाड़ा ग्रामीण…सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अगर जिला भाजपा छिन्दवाड़ा ग्रामीण मंडल का नामकरण कर रोहना मंडल नही भी करना चाहती है तो भी रोहना मंडल बनाने के विकल्प खुले हैं जिसके अनुसार छिन्दवाड़ा ग्रामीण मंडल को ही दो भागों में विभाजित कर एक छिन्दवाड़ा ग्रामीण मंडल और दूसरा रोहना मंडल बनाया जा सकता है।
खैर जो भी हो अब देखना ये है कि रोहना दरबार अब रोहना मंडल कब और कैसे बनता है।