जनमत भास्कर छिंदवाड़ा:-
प्रदेश में चलाए जा रहे मिलावट से मुक्ति अभियान एवं आगामी त्यौहार को देखते हुये कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह एवं उपसंचालक खाद्य एवं औषधि प्रशासन एन के शास्त्री के निर्देशन में विभागीय जांच दलों द्वारा जिले में विगत एक सप्ताह से लगातार सम्पूर्ण जिले के खाद्य प्रतिष्ठानों की जांच की जा रही है।
इस अभियान के अंतर्गत सोमवार को खाद्य सुरक्षा विभाग की तीन टीमों द्वारा छिंदवाड़ा जिले के विभिन्न क्षेत्रों मे जांच कार्य किया गया।

इसके अंतर्गत एक टीम जांच की कार्यवाही के इसी क्रम मे पुरुषोत्तम भंडूरिया एवं पंकज कुमार घाघरे खाद्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा जामई क्षेत्र के दमुआ के अंतर्गत बजरंग मिष्ठान्न एवं बेकरी एवं मानसी स्वीट्स घोरावाडी का निरीक्षण कर मिठाई एवं नमकीन के आठ नमूने विधीवित जांच हेतु लिए गए। इस दौरान बजरंग मिष्ठान्न पर दूषित एवं बासी करीब 26 किलो जलेबी, समोसे,चूड़ा आदि को अधिकारियों द्वारा नष्ट कराया जाकर मिष्ठान भंडार मे खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत अत्यधिक गंदगी एवं लापरवाही पाये जाने पर किचन को सील कर दिया गया है।

एक अन्य टीम मे गोपेश मिश्रा खाद्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा सांवरी,मोहखेड़,उमरनाला क्षेत्र की विभिन मिठाई दुकानों बीकानेर स्वीट्स सांवरी, बीकानेर स्वीट्स मोहखेड़, अन्नपूर्णा स्वीट्स,मोहखेड़ मधुर स्वीट्स,उमरानाला, पंकज स्वीट्स उमरानाला आदि का निरीक्षण कर मावा, पेड़ा,शक्कर,मैदा,बेसन आदि खाद्य पदार्थों की जांच हेतु नमूने संग्रहीत किए।इस दौरान अन्नपूर्णा स्वीट्स मोहखेड़ मे एक्सपायरी खाद्य पदार्थ पाये जाने पर सभी खाद्य पदार्थ जप्त किए गए एवं संचालक चरपे को नोटिस दिया जा रहा है।
जबकि तीसरी टीम मे रूपराम सनोडिया खाद्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा रामकोना क्षेत्र के राजस्थान मिष्ठान्न,बालाजी रेस्टोरेन्ट,कन्हान रेस्टोरेन्ट सहित 5-6 किराना दुकानों का निरीक्षण कर,पेड़ा,बर्फी, आदि-आदि खाद्य पदार्थों के नमूने संग्रहीत किए गए । उक्त समस्त नमूनो को जांच हेतु परीक्षण प्रयोगशाला प्रेषित किया जा रहा है तथा जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत कार्रवाई की जानी है।

आगामी त्यौहार को दृष्टिगत रखते हुए जिले के समस्त कारोबारकर्ताओं को उनके व्यावसायिक परिसर में साफ एवं स्वच्छ खाद्य पदार्थ के विक्रय एवं निर्माण करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि उपभोक्ताओं को गुणवत्तायुक्त खाद्य पदार्थ उपलब्ध हो सके।