जनमत भास्कर छिन्दवाड़ा:- नगर पालिक निगम सहित जिले की समस्त नगर पालिकाओं एवं नगर परिषदों से कांग्रेस के चुनाव चिन्ह व कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी बनकर चुनाव लड़ने के उपरांत विजयी होने व फिर कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले नगर पालिक निगम के महापौर,अध्यक्ष व समस्त पार्षदगण जो अब फूलछाप भाजपाई कहे जा रहे हैं वे तत्काल अपने पद से इस्तीफा दें। उक्त उदगार आज नगर पालिक निगम छिन्दवाड़ा अध्यक्ष सोनू मागो ने अपनी जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से व्यक्त किये हैं।
नगर निगम अध्यक्ष सोनू मागो ने आगे कहा कि मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व पूर्व सांसद नकुलनाथ की जनता के बीच लोकप्रियता व उनकी विकासरूपी छवि व कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर नगर पालिक निगम व जिले की समस्त नगर पालिका व नगर परिषद की जनता ने भरोसा जताया था। आज जो फूलछाप भाजपाई मंचों से अपने मुंह मियां मिट्ठू बन रहे हैं वे स्वयं अपने गिरेबां में झांककर देखें कि क्या जनता ने उन्हें उनका चेहरा देखकर महापौर व पार्षद चुना है,अगर उन्हें इस बात का ज़रा भी गुमान है तो वे तत्काल अपने वर्तमान पद से इस्तीफा देकर भाजपा से पुन: चुनाव लड़कर जनता के बीच अपना जनाधार सिद्ध करें।
चाहे नगर पालिक निगम हो, नगर पालिका हो अथवा नगर परिषद क्षेत्र की जनता ने कांग्रेस प्रत्याशी व कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी होने के कारण ही उन पर विश्वास करते हुये अपना मत प्रदान किया था किन्तु अपने व्यक्तिगत हित लाभों को साधने के लिये कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले महापौर, अध्यक्ष एवं पार्षदगणों ने जनता के सामने झूठ परोसते हुये कहा था कि कांग्रेस में रहते हुये अब निगम क्षेत्र,नगर पालिका व नगर परिषद क्षेत्र में विकास करना संभव नहीं है इसलिये विकास की दृष्टि से कांग्रेस छोड़ रहे हैं,किन्तु विगत दो माह में जिले की जो तस्वीर सामने आई है वह डरावनी है। नगर पालिक निगम के वार्डों में सफाई का आभाव,सम्पूर्ण जिले में डेंगू और मलेरिया का बढ़ता प्रकोप निगम क्षेत्र के वार्डों की बदहाल सड़कें क्या यह फूलछाप भाजपाईयों का विकास है।
सोनू मागो ने अपनी जारी प्रेस विज्ञप्ति के अंत में कहा कि गौशालाओं में घास व उपर्युक्त् खाद्य पादर्थों की कमी व उचित देखभाल नहीं होने के कारण लगातार गौ माता दम तोड़ रही है,क्या भाजपा में जाने वाले महापौर और पार्षद ने बीते दो माह में यह विकास है।अब तो जनता भी स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रही है कि जिन्हें हमें कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर चुनाव वे भाजपा में बैठकर फूलछापा भाजपाई हो गये। इन्हें अपनी सांख और भाजपा के जनाधार पर भरोसा हो तो इस्तीफा देकर पुन: चुनाव लड़कर जीतकर दिखायें।