नेशनल डेस्क:- 5 अगस्त 2024 को बांग्लादेश के इतिहास में कई दशकों तक वहां की जनता द्वारा याद किया जाएगा क्योंकि ये वही दिन है,जिस दिन जनता के विद्रोह ने एक रानी को जान बचाकर देश से ही भागने पर मजबूर कर दिया।

हम बात कर रहे हैं बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की जो 5 अगस्त की दोपहर तक तो वहां की प्रधानमंत्री थी लेकिन लाखों लोगों के विद्रोह ने न सिर्फ उनको प्रधानमंत्री का पद छोड़ने पर मजबूर किया बल्कि शेख हसीना का हश्र यह हुआ कि जैसे तैसे वो अपनी बहन के साथ अपने देश से जान बचाकर भागने को मजबूर भी हो गई।

शेख हसीना द्वारा बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रहते हुए आरक्षण पर फैसला और प्रदर्शनकारियों को गद्दार कहना इतना महंगा साबित हुआ कि न सिर्फ उन्हें प्रधानमंत्री का पद गवाना पड़ा बल्कि वह अब उस देश में भी रहने लायक नहीं बची जहां 5 बार उन्होंने आम चुनाव जीत कर 15 साल तक वहां पर एकतरफा राज किया। 5 अगस्त की सुबह से ही लाखों लोगों की भीड़ ढाका की ओर कूच करने लगी थी और इसके बाद ढाका पहुंचते ही लाखों लोगों की भीड़ प्रधानमंत्री निवास भी पहुंची जहां उन्होंने जमकर तोड़फोड़ की और बहुत से कीमती सामान उठा कर ले गए,प्रदर्शनकारियों के प्रधानमंत्री आवास पहुंचने से पहले ही वहां की सेवा ने हेलीकॉप्टर के माध्यम से शेख हसीना और उनकी बहन को देश से रवाना कर दिया इसके बाद शेख हसीना अपनी बहन के साथ हिंडन एयरबेस भारत पहुंची और सोमवार रात यहां ही डिनर करने के बाद रात्रि विश्राम करेंगी, अब आगे देखना होगा कि शेख हसीना की आगे की रणनीति क्या होती है क्या शेख हसीना फिलहाल भारत को ही अपना ठिकाना बनती है या अन्य किसी देश की ओर यहां से कूच करती हैं।

अंतरिम सरकार का होगा गठन

बांग्लादेश में उपजे हालात और शेख हसीना के द्वारा देश छोड़ने के बाद वहां के सेना प्रमुख ने अपने एक बयान में कहा कि फिलहाल सेना के द्वारा वहां के सभी राजनैतिक दलों के नेताओं के साथ मीटिंग की गई है एवं यह फैसला लिया गया है कि अभी वर्तमान में एक अंतरिम सरकार का गठन किया जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने की मीटिंग

बांग्लादेश के हालात को देखते हुए और शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने के बाद भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी एवं एनएसए के साथ बैठक कर हालात का जायजा लिया और लगातार भारत सरकार बांग्लादेश के घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं।